भानुप्रतापपुर में पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
(प्रथम चरण)
पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन |
18 अगस्त रायपुर। सामाजिक परिवर्तन में युवाओं की भागीदारी परियोजना के अंतर्गत लेखन
क्षमता विकास विषय को सामने रखते हुए भानुप्रतापपुर में 16 जुलाई से 20 जुलाई केा पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
किया गया। कार्यशाला कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के
जनसंचार विभाग और चरखा द्वारा शासकीय महाविद्यालय भानुप्रतापपुर में आयोजित की गई।
जिसमें शासकीय महाविद्यालय भानुप्रतापपुर के पत्रकारिता एवं जनसंचार के
विद्यार्थियों सहित आस-पास के इलाके के मितानिन,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं स्व
सहायता समूह की महिलाएं शामिल हुई।
समाजिक समस्याओे पर चर्चा करते छात्र |
इस कार्यशाला में स्थानीय सामाजिक समस्याओं को
पहचान कर उस पर आलेख लेखन तैयार करना सिखाया गया। कार्यशाला में स्थानीय
कार्यकर्ताओं को और पत्रकारिता एवं जनसंचार के विद्यार्थियों को एक साथ कार्य करने
और स्थानीय समस्याओं के आलेख लेखन संबंधी दिशा निर्देश दिए। पत्रकारिता के
विद्यार्थियों, कार्यकर्ताओं और विश्वविद्यालय की टीम सभी नें समूह बनाकर अलग अलग
सामाजिक समस्याओं पर चर्चा की। चर्चा के दौरान वहां के सामाजिक क्षेत्रीय समस्याओं
को पहचाना गया। जिस पर कार्यशाला के अंतिम दिन आलेख तैयार किया जाना था। कार्यशाला
के सभी सदस्यों द्वारा भानुप्रतापपुर ब्लॉक के दो ग्राम
पंचायत बैजनपुरी और भैंसाकन्हार का भ्रमण भी किया गया। जिससे सभी सदस्य स्थानीय
ग्रामीण अंचल की जीवनशैली, सामाजिक समस्याओं, स्वास्थय, शिक्षा और ग्रामीण आजिविका
की वास्तविक स्थिति से परिचित हो जाए।
आलेख लेखन की जानकारी लेते छात्र |
गांव के भ्रमण से व्यवहारिक और सैद्धांतिक
दोनों ही बातों की जानकारी मिली जिससे समस्याओं को सही रूप में पहचाननें में
छात्र-छात्राओं और कार्यकर्ताओं को मदद मिली। समूह के सदस्यों नें दोनों गांवों
में अलग अलग समस्याओं को सामने रखकर वहां के रहवासियों से बातचीत की और गांव की
मुख्य समस्या पर ग्रामीणों से चर्चा की। प्राप्त जानकारी के आधार पर कार्यशाला के अंतिम
दिवस आलेख लेखन किया गया। कार्यशाला के दौरान फीचर लेखन के कई आधारभूत बातों को
बताया गया। समस्याओं और जानकारियों को फीचर के रूप में लेखन करना सीखाया गया।
इस
कार्यशाला का उद्देश्य आदिवासी इलाके में पत्रकारिता एवं जनसंचार का अध्ययन कर रहे
विद्यार्थियों को पत्रकारिता एवं जनसंचार के महत्व को भी बताना था जिससे
पत्रकारिता के विद्यार्थियों नें फीचर लेखन हेतु प्रेरणा ग्रहण की। कार्यशाला का
आयोजन भानुप्रतापपुर ब्लॉक में किया गया है। इसके आस-पास के इलाके आदिवासी एवं
नक्सल प्रभावित हैं रोजगार और अन्य सुविधाओं का अभाव है। इस क्षेत्र को चुनने का
मक़सद था कि यह इलाका आदिवासी बाहुल्य है। शिक्षा एवं अन्य सुविधाओं की कमी है।
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